Virginity in Hindi part eight sex story

Virginity in Hindi part eight sex story

क्लिनिक में गार्गी, डाॅ. कृतिका भावे के केबिन में उनके सामने बैठी थी। तभी श्याम वहाँ आया और गार्गी के बगल वाली खाली कुर्सी पर बैठ गया। उसे देखकर डॉ. कृतिका क्रोध से गरजने लगी …
“आजकल के युवा लड़के-लड़कियाँ सिर्फ़ अपनी शारीरिक भूख मिटाने के लिए गर्भनिरोधक गोलियाँ लेते हैं और सेक्स करते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि भविष्य में इसके कितने भयानक परिणाम होंगे?”
“अरे मैडम, आप इतनी क्रोधित क्यों हो रही हैं? कितने भयानक साइड इफ़ेक्ट्स? इतना ही ना, गर्भनिरोधक गोलियाँ लेने के बाद भी गार्गी गर्भवती हो गई! फिर ये तो बहुत अच्छी खबर है। हम दोनों शादी करेंगे और हमारा बच्चा भी होगा। ये लो, खाओ मिठाई लेकर मुंह मीठा करो,’’ यह कहते हुए श्याम ने खुशी-खुशी मिठाई का डिब्बा डॉ. कुर्तिका के सामने रख दिया।
“Shut up , श्याम,” गार्गी ने मिठाई का डिब्बा जो श्याम ने एक तरफ़ रखा था, धकेलते हुए कहा, “मैडम, हमारी शादी नहीं हुई है और मैं कभी शादी नहीं करूँगी। अगर मैं गर्भनिरोधक गोलियाँ लेने के बाद भी गर्भवती हो जाती हूँ, तो आपको मेरा गर्भपात करा देना चाहिए।” और इसके साथ ही, ऐसी ट्रीटमेंट करो के में जिंदगी भर कभी गर्भवती न हो!!”
“क्या बात कर रही हो गार्गी!! तुम एक औरत हो फिर भी मातृत्व को कैसे नकार सकती हो?”, श्याम गुस्से से चिल्लाया।
“हाँ, मैं मना करती हूँ!! तुम कौन होते हो यह तय करने वाले कि मेरे गर्भ में पल रहे बच्चे को जीवित रखना है या नहीं?” गार्गी.
“क्योंकि मैं तुम्हारे गर्भ में पल रहे बच्चे का पिता हूँ। मैं तुम्हें अपने बच्चे को मारने नहीं दूँगा…” यह कहते हुए श्याम और गार्गी एक दूसरे से लड़ने लगते हैं।
“shuzzzzz , silence please , silence !” डॉ. कृतिका ने जोर से टेबलं थपथपाया और चिल्लाई, “पहले सुनो मैं क्या कह रही हूँ… गार्गी गर्भवती नहीं है!!”
“What ….?” श्याम हताश होकर चिल्लाया।
“Good, तो फिर क्या परेशानी है? क्या फूड इन्फेक्शन की वजह से मेरा पेट दर्द कर रहा है? फिर आप ने श्याम को क्यों बुलाया?” गार्गी ने राहत की सांस लेते हुए कहा।
“नहीं, गार्गी के पेट में दर्द किसी फूड इन्फेक्शन या गर्भावस्था के कारण नहीं है।” डॉ. कृतिका।
“तो क्या हुआ? सोनोग्राफी रिपोर्ट में क्या लिखा था?” शाम
“गार्गी गर्भ निरोधक गोलियाँ लेते हुए आपके साथ यौन संबंध बना रही थी, और इसके दुष्प्रभाव हुए हैं, इसलिए गार्गी के पेट में दर्द हो रहा है।” डॉ.कृतिका।
” कैसा दुष्प्रभाव?” गार्गी.
गार्गी और श्याम को लैपटॉप पर सोनोग्राफी रिपोर्ट दिखाते हुए ,डॉ. कृतिका ने कहा, “देखिए, गार्गी के गर्भाशय के बाहर 1 से 2 इंच के तीन ट्यूमर फंसे हुए हैं। गार्गी जो गर्भनिरोधक गोलियाँ ले रही थी, उससे एक्टोपिक प्रेगनेंसी हुई और उसके ट्यूमर तयार हो के गर्भाशय से चिपक गए। ऊस ट्युमर का अन्य अंगों पर पड़ने वाले दबाव के कारण गार्गी को बहुत तकलीफ़ हुई और पेट में दर्द हो रहा था।”
“तो आप इस पर क्या ट्रीटमेंट करेंगे?” गार्गी.
“इसके लिए एक छोटा सा ऑपरेशन करना पड़ेगा। और तुम्हें 2-3 दिन आराम करना पड़ेगा। साथ ही ऑपरेशन का घाव भरने में भी एक महीना लगेगा। तब तक गार्गी, तुम इस श्याम या किसी अन्य पुरुष के साथ शारीरिक संबंध, विशेषकर सेक्स, नहीं कर पाओगी।” डॉ.कृतिका।
“ठीक है। मैं कल सिक लिव्ह का अप्लिकेशन दे दूंगी । क्या ऑपरेशन परसों हो सकता है?” गार्गी.
“हाँ, कर सकते हैं, लेकिन आपके किसी रिश्तेदार को उस दिन बाहर रुकना पडेंगा। आपके माता-पिता या भाई-बहन।” डॉ. कृतिका।
“मेरे पास अभी कोई नहीं है। मेरे माता-पिता 5 साल पहले गुजर गए और मेरा कोई भाई-बहन भी नहीं है। मैं किसे बुला सकती हूँ?” गार्गी ने अपनी आँखों में आए आँसुओं को पोंछते हुए कहा।
“मैं हूँ ना !!” श्याम ने गार्गी के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा, “मैं भी परसों छुट्टी लेकर तेरे लिये रुक जाऊंगा।”
“धन्यवाद श्याम.” गार्गी ने श्याम का हाथ पकड़ लिया और बोली।
“ठीक है, आप परसो सुबह ऑपरेशन के लिए आइये। मैं आपका अपॉइंटमेंट तय कर दूँगी।” डॉ. कृतिका।

उसके बाद गार्गी और श्याम ने एक होटल में खाना खाया। रात के 9 बज चुके थे। रात के खाने के बाद जब गार्गी अपने कमरे में जाने को हुई तो श्याम ने उसे रोक लिया और बोला, “चलो आज रात हम दोनों लॉज में ही रुकते हैं।”
“तुम पैसे क्यों खर्च कर रहे हो? देखो, मैंने एक दर्द निवारक दवा ले ली है, इसलिए मैं जल्दी सो जाऊंगी । और डॉक्टर ने मुझे सलाह दी है कि मैं कम से कम एक महीने तक शारीरिक सुख का आनंद नहीं ले पाऊंगी। तुम भी इससे पीड़ित हो जाओगे। इसलिए, यदि तुम अपने कमरे में नहीं जाओगे , तो “किसी दूसरी लड़की को लॉज में ले जाओ और उसके साथ मौज करो।” यह कहकर गार्गी जाने लगी तो श्याम ने उसका हाथ पकड़ लिया और बोला, “कैसी बातें कर रही हो ,क्या तुम बेवकूफ़ हो? चुपचाप मेरे साथ लॉज में आओ,” इतना बोल कर उसने उसका हाथ पकड़ा और उसे लॉज में ले गया। गार्गी ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन पेट दर्द और थकान के कारण वह ज्यादा विरोध नहीं कर सकी। और अनिच्छा से वह श्याम के साथ लॉज के ऊपर वाले कमरे में सोने चली गई।
दो दिन बाद श्याम ने उसे सुबह अस्पताल में भर्ती कराया। नर्स ने श्याम को ऑपरेशन के लिए आवश्यक सामान की एक सूची दी। श्याम वो सारी चीजें ले आया। और ऑपरेशन पूरा होने तक बाहर इंतजार किया। ऑपरेशन के बाद गार्गी को बेहोशी की हालत में बाहर लाया गया और उसे सलाइन दी गई। और श्याम को उस पर नज़र रखने को कहा। श्याम ने भी अपना काम बखूबी किया और पूरे दिन उसके साथ रहकर उसकी देखभाल की।

(क्रमश)

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