virginity hindi part 3
10 अक्टूबर को, फाउंटेन नामक शहर के बाहर एक रिसॉर्ट में, श्याम और गार्गी सुबह 9 बजे के आसपास श्याम के मोबाइल पर एक इनकमिंग कॉल से उठे। गार्गी ने अपना मोबाइल बंद कर लिया था लेकिन श्याम का मोबाइल उसके बगल की मेज पर था और उसे उठाने के लिए श्याम को गार्गी को अपने आलिंगन से हटाना पड़ा। गार्गी थोड़ा परेशान हो गई और दूसरी तरफ करवट लेकर फिर से सो गई।
“सॉरी” कहते हुए श्याम ने गार्गी को चूमा और उस की नींद टूटने से बचाने के लिए गैलरी में चला गया।
“श्याम, जन्मदिन मुबारक हो” दूसरी तरफ से श्याम की माँ बोली।
“धन्यवाद“, श्याम
“happy birthday brother” श्याम की बहन ने शुभकामना दी।
“धन्यवाद” श्याम.
“जन्मदिन की शुभकामनाएँ”
“धन्यवाद पिताजी”, श्याम ने बड़ी उबासी लेते हुए कहा।
“क्या तुम सो रहे हैं?” श्याम के पिता।
“हाँ, रात की शिफ्ट थी। मैं आज सुबह कमरे में आया और सो रहा था।” श्याम ने झूठ बोला।
“तुम इस बार अपना जन्मदिन मनाने के लिए भी घर नहीं आए। यह तुम्हारा पहला जन्मदिन होगा, जिसे मनाने के लिए तुम घर नहीं आए। क्या तुम्हे छुट्टी नहीं मिली?”
“हां, मुझे नींद आ रही है, मैं आप को बाद में फोन करूंगा”, श्याम ने फिर झूठ बोला और फोन रख दिया।
तभी श्याम बैडरूम में आया। गार्गी बिस्तर पर आराम से सो रही थी. उसके शरीर पर केवल एक चादर थी और उसका आधा शरीर खुला हुआ था। श्याम बिस्तर पर कूद गया और गार्गी को अपनी बाहू में ले लिया और लेट के छत की ओर देख ने लगा । मानो ऊपरी छत टीवी स्क्रीन बन गयी हो, जिस स्क्रीन पर उस रात गार्गी के साथ उसका जन्मदिन का जश्न एक फ्लैशबैक फिल्म जैसा दिखने लगा, और यह श्याम को रोमांचित करता है। 10 अक्टूबर को श्याम और गार्गी दोनों को व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर चैट करने से पता चला कि उनका जन्मदिन एक ही है! कुछ दिन पहले ही श्याम ने गार्गी की रहस्यमय कौमार्य की खोज सफलतापूर्वक पूरी की थी। और इसका असली राज जानने के बाद उसे गार्गी और भी ज्यादा पसंद अणे लगी ! उसने तय किया कि गार्गी के अलावा किसी और लड़की के बारे में नहीं सोचुंगा । उसके साथ लिव इन रिलेशनशिप में राहुंगा ।
इसके बाद एक हफ्ते में दोनों का जन्मदिन था । बुधवार को जन्मदिन था । उस दिन श्याम की साप्ताहिक छुट्टी थी, लेकिन गार्गी जनरल शिफ्ट में काम कर रही थी, इसलिए उसने पंद्रह दिन पहले एक दिन की छुट्टी का आवेदन दे दिया। और इंटरनेट से फाउंटेन रिसॉर्ट बुक कर लिया क्योंकि वो वर्किंग डे था और उस दिन कोई त्यौहार भी नहीं था इसलिए रिसॉर्ट में बहुत कम बुकिंग थी । और कमरा बहुत ही सस्ते दाम पर बुक किया गया था । उसने श्याम को रिसॉर्ट का पता भेजा। लेकिन पिछले दिन ऑफिस की वजह से दोनों एक साथ रिजॉर्ट नहीं जा सके । गार्गी रात 9 बजे रिजॉर्ट पहुंचीं, और 11 बजे श्याम आ गया । इसके बाद गार्गी ने जिस अलग अंदाज में अपना जन्मदिन मनाया उसे याद कर श्याम के चेहरे पर मुस्कान आ गई ।
आज तक, श्याम ने अपना जन्मदिन केक काटकर और मोमबत्तियाँ बुझाकर मनाया। कभी-कभी किसी को बताए बिना घर को सजाना और फिर उसके आने पर अचानक सरप्राइज देना, बाकी लोग हैप्पी बर्थडे चिल्लाते हैं। या फिर हमउम्र दोस्त कहीं गार्डन, होटल में इकट्ठा होकर केक काट रहे थे। व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी इसी तरह की शुभकामनाएं और संदेश आ रहे थे । लेकिन इस जन्मदिन पर श्याम और गार्गी ने केक नहीं काटा! या फिर मोमबत्ती बुझी नहीं! फिर भी , यह जन्मदिन श्याम के जीवन का एक यादगार अनुभव बन गया।
“कितनी देर हो गई”, गार्गी ने श्याम को अंदर खींचते हुए और दरवाजा बंद करते हुए कहा।
“सॉरी” कहकर श्याम गार्गी को गले लगाने के लिए फूलों का गुलदस्ता देने जा रहा था लेकिन गार्गी ने उसे रोक दिया और कहा, “पहले बाथरूम में जाकर नहा लो। मुझे बहुत पसीने की बदबू आ रही है।” इतना कहकर गार्गी ने उसे बाथरूम में धकेल दिया। बाथरूम में एक बाथ टब और उसके ऊपर शॉवर था। श्याम ने अपने कपड़े उतारे और एक-दो मिनट के लिए शॉवर में नहाया, शॉवर बंद कर के निकल हि राहा था, तभी गार्गी उसके सामने हाथ में केक लेकर नंगी खड़ी थी। और इससे पहले कि वह कुछ समझ पाता, केक उसके चेहरे पर मारा। इसके बाद उसने केक चाटा और कहा,” Happy Birthday “. श्याम ने भी उसे कमर से पकड़ कर उठाया और अपना केक लगा हुआ चेहरा उसके चेहरे पर रगड़ा और उसके चेहरे पर लगा केक चाटा और कहा, “तुम्हें भी जन्मदिन की शुभकामनाएं।” बाद में, गार्गी उसके शरीर पर गिरा हुआ केक चाटते चाटते उसके प्राइवेट पार्ट तक पहुंचती है, जहां वह केक चाटती है और ओरल सेक्स करती है। इससे श्याम को परम आनंद मिला और उसने जोर से आह भरते हुए अपनी आंखें बंद कर लीं।
तभी उसके ऊपर शॉवर का पानी गिर गया । और उसने चौंककर अपनी आँखें खोलीं। गार्गी खड़ी हुई और श्याम की छाती पर बहते पानी को पीने लगी। तभी श्याम ने उसे फिर से कमर से पकड़कर ऊपर उठा लिया। चेहरे पर लगा केक मीठी चाशनी में बदल गया था । श्याम और गार्गी स्मूच करने लगे । इससे दोनों के मुंह में केक का मीठी चाशनी जैसा पानी आ रहा था । कुछ ही देर में दोनों के ऊपर लगा बाकी केक पानी के साथ बह गया । गार्गी ने बॉडी शैम्पू लिया और इसे श्याम और खुद पर लगाया और इससे बहोत सारा झाग बन गया। कुछ देर बाथ टब में एक दूसरे की बांहों में उस झाग में लेटे रहने के बाद गार्गी ने फिर से शॉवर चालू किया और झाग धुल गया और श्याम ने गार्गी को उठाकर ले गया और बिस्तर पर लिटा दिया। सामने एलसीडी पर ब्लू फिल्म चल रही थी । उसमे जो दिखाई जा रहा था उसे अमल में लाते हुए श्याम और गार्गी पूरी रात जागते रहे। सुबह दोनो को कब नींद आई, पता ही नहीं चला ।

इतना सुन्दर, अनोखा जन्मदिन श्याम के जीवन में कभी नहीं आया था। जन्मदिन की यह यादे उसके मेमरी बँक में फ़ाइल की तरह सेव्ह हो गायी थी। और अब उसका मन उस फाइल पर क्लिक करके उस फाइल को खोलकर सामने छत पर मॉनिटर की तरह दिखा रहा था। उसे देखते हुए उसकी आख लग गायी। लेकिन तभी कमरे की घंटी बजी।
” अपना नाश्ता आया होगा , जाकर ले आओ। मैंने कपड़े नहीं पहने हैं।” गार्गी ने श्याम को जगाते हुए कहा। श्याम ने लुंगी की तरह अपनी कमर पर चादर लपेट ली और दरवाज़ा आधा खोलकर वेटर से नाश्ते की ट्रे लेकर सोफे के पास टीपॉय पर रख दी। गार्गी और श्याम के कपड़े सोफे पर पड़े थे। बैठने की कोई जगह नहीं थी। गार्गी ने अपनी स्लिप और पैंटी पहनी और कपड़े एक तरफ रख कर नाश्ता करने लगी। श्याम ने उसके पास बैठकर कॉफी का एक घूंट लिया और फिर गार्गी का कप लिया और उसे अपना कप दिया और कहा, “मुझे तुम्हारा खाया खाना और पीना बहुत पसंद है।” गार्गी चुपचाप सुनती रही, रिमोट से टीवी चालू किया और यूएसबी पर क्लिक किया। वहाँ कई पॉर्न वीडियो थे और उनमें से एक को क्लिक किया , उसमे एक जोड़ा स्विमिंग पूल में सेक्स कर रहा था। उसे देखकर श्याम ने कहा, “इस होटल के बाहर एक अच्छा स्विमिंग पूल है। चलो, वहाँ चलते हैं और ऐसे ही सेक्स करते हैं।”
“क्यों, कुछ नहीं। हमें जो करना है इसी कमरे में कर लेते हैं। अगर बाहर कोई वीडियो बना ले तो क्या होगा?” इतना कहकर गार्गी ने वीडियो बंद कर दिया और दूसरा वीडियो पोस्ट किया जिसमें एक कपल बेडरूम में सेक्स कर रहा था. “कल रात ये वीडियो देखा और अब दोबारा वही सब करते-करते थक गया हूं. चलो स्विमिंग पूल पर चलते हैं, होटल खाली है. कोई वीडियो नहीं बनाएगा. और अगर वीडियो बना भी लिया तो क्या करेगा यह? हम दोनों अविवाहित हैं।”
“क्या करेगा? पिछली बार तुम्हारे पीठ पे नाखुन से खरोचा, तो तुम्हारे बॉस को पता चल गया, और उन्होंने भी तुमसे मेरी मांग कर दी। और तुम्हारे रिश्तेदार भी तुम्हारे शादी की योजना बना रहे होंगे। जो भी वीडियो बनाएगा, ब्लैक मेल करेगा।” गार्गी.
“मैं एक कमांडो हूं. वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने वाला शख्स बच नहीं पाएगा.” श्याम.
“ओह सच में? फिर अगर तुम्हारे बॉस जैसा सिनिअर व्यक्ति मेरी डिमांड करेगा तो उस्का प्रपोझलं ले कर मत आना पिछली बार कि तरह । ” गार्गी.
“वह मैंने झूठ बोला था। मेरा मतलब है कि तुम्हारे कुरेदने से उन्हें हमारे रिश्ते के बारे में पता चला था। लेकिन उनमें से किसी ने भी तुम्हें प्रपोज नहीं किया। मैं तुम्हें परखना चाहता था। मुझे तुम्हारी प्रतिक्रिया पसंद आई। मैं बहुत खुश हुआ।” श्याम ने गार्गी को पास खींच लिया और चूमते हुए बोला।
“Oh God, typical male mentality. मैंने तुम्हे पहले हि मेसेज में कहा था कि हमारे रिश्ते में कोई पाबंदीया नहीं होगा। कोई किसी को नहीं रोकेगा। कुछ दिनों के बाद, तेरे रिश्तेदार ‘तेरी शादी तय करेंगे। और शादी के बाद तुम सेक्स के लिए उपलब्ध नहीं रहोगे जैसे मैं अब हूं। और फिर मैं तुम्हारे लिए नहीं रुकने वली नही किसी और को धुंड लुंगी । Don’t expect that and create problems.।” गार्गी ने उसे धक्का दिया और बिस्तर पर सो गई।
“नहीं, मैं शादी नहीं कर रहा हूं और मेरे माता-पिता मेरे लिए लड़कियां ढूंढ रहे हैं। मैं उनसे कहूंगा कि वे जल्द ही लड़कियों की तलाश करना बंद कर दें। ऐसा नहीं है कि मैं तुम्हे मुझसे शादी करने के लिए मजबूर करने जा रहा हूं।लेकिन फिलहाल मैं तुम्हे बहुत पसंद करता हूं, अभी तुम्हारे अलावा किसी और के बारे में नहीं सोच सकता।” यह बोल के श्याम उसके शरीर पर लेट गया और उसके गाल को चूमने लगा।
“क्या तुम अपने माता-पिता को बताने जा रहे हैं? क्यों झगड़ा मोल ले रहे हो ? तुम्हारे माता-पिता गाँव में रहते हैं और पारंपरिक विचारों वाले हैं। वे इस तरह के रिश्ते को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। देखो, मैंने तुमसे पहले हि कहा था कि तुम मेरे जीवन में पहले आदमी नहीं हो ।” गार्गी ने उसे दूर धकेलने की कोशिश करते हुए कहा.
लेकिन श्याम ने उसे कसकर गले लगा लिया और कहा, “Yes , sweet heart I know ,, मैं आठ दिन पहले जुहू में डॉ. किशोर केतकर के क्लिनिक में गया था।”
“किशोर के क्लीनिक में? किसलिए?”गार्गी
“जब हमने पहली बार सेक्स किया तो तुम्हे ब्लीडींग हुआ। तुमने कहा कि तुम्हे रक्तस्राव हुआ क्योंकि तुमने पहली बार सेक्स किया था।लेकिन मैं पुलिस बल में काम करने वाला आदमी हूं! मुझे इस पर विश्वास नहीं हुआ इसलिए मैं पुष्टि करने के लिए तुम्हारे पूर्व-प्रेमी किशोर केतकर के जुहू स्थित क्लिनिक में गया। तुमने एक बार एक मेसेज में उसका नाम लिखा था। वहां जाने पर मेरी मुलाकात कॉन्स्टेबल मुक्ता पाटिल मैडम से हुई. उन्होंने मुझे तुम्हारे अतीत के बारे में पूरी जानकारी दी.’’ श्याम ने गार्गी को आपने सीने पर चढा कर कहा ।
“कांस्टेबल, मुक्ता पाटिल? अब वह कौन है? वह मेरे अतीत के बारे में क्या जानती थी”? गार्गी
“तुम्हें याद नहीं? उस वक्त तुम 16 साल की थीं और तुम्हारा बॉयफ्रेंड किशोर केतकर 20 साल का था. तुम दोनों को एक गार्डन में किस करते हुए इन मैडम और उनके सीनियर इंस्पेक्टर ने पकड़ा था.”श्याम गार्गी की नंगी पीठ पर हल्के से अपनी उँगलियाँ फिराते हुए बोला।
“ओह, मुझे अब अच्छी तरह से याद है। किशोर हमारे बगल में रहता था। बहुत होशियार था। उसके परिवार के सभी सदस्य मेडिकल के फिल्ड में थे। वह, उसकी 5 साल बड़ी बहन, एक अच्छा सुखी परिवार हमारे बगल में रहता था। मैं भी मेरे माता-पिता की एकलोती लाडली बेटी थी। मैं भी पढ़ाई में भी बहुत अच्छी थी। मुझे याद नहीं है कि कब से? लेकिन मेरी और किशोर कि अच्छी दोस्ती थी। किशोर का परिवार और हमारा परिवार जाति-धर्म-धन-दौलत हर दृष्टि से बरोबरी का था। इसलिए हमारी दोस्ती में हम दोनों के माता-पिता की ओर से कोई विरोध नहीं था।
मेरे माता-पिता किशोर को दामाद कि तरह मानते थे। उस समय, टीवी पर कुछ फिल्मों में हिरो-हिरोईन के बेड सिन, किससिंग सिन देखकर, मैं बचपन से ही सेक्स के प्रति बहुत आकर्षित हो गयी थी। मैं किशोर के साथ इसका अनुभव लेने की कोशिश करने लगी । लेकिन किशोर की मां की नजर मुझ पर थी। वह मुझे रोक रही थी, उसकी मां ने सेक्स, intimacy, relationship. में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी। उनके अनुसार मुझमें hyper sexuality थी। उसने मेरे माता-पिता को इस बारे में बताया था। और किशोर की माँ ने मेरे माता-पिता को उससे दूर रहने की कुछ हिदायतें दीं, लेकिन मेरे माता-पिता ने कभी इस बात को महत्व नहीं दिया। उन्होंने इसे कभी गंभीरता से नहीं लिया। वह उनकी बड़ी गलती थी।
उस दिन जब कॉन्स्टेबल मुक्ता पाटिल ने मुझे और किशोर को गार्डन में किस करते हुए पकड़ लिया था । तब तो मैं खुद किशोर को किस करने की कोशिश कर रही थी! किशोर मुझे रोक रहा था! उसे उसकी माँ ने हिदायतें दीं थी, और किशोर ने भी अपनी माँ की दी हुई हिदायतों का सख्ती से पालन किया। लेकिन जब उस पुलिस ने हमें पकड़ा तो मैं 16 साल कि थी, और किशोर 20 साल का था । चूँकि मैं कानूनी रूप से नाबालिग थी, और किशोर बलिग था, इसलिए पुलिस ने उसे जेल में डाल दिया। और मुझे मेरे माता-पिता को सौंप दिया गया। लेकिन मुक्ता पाटिल ने पहिले सच्चाई देखी थी ! जब उसने किशोर की माँ को सच्चाई बताई तो किशोर की माँ बहुत क्रोधित हुई। उसने मेरे माता-पिता से बहुत बडा झगडा किया । जब मेरे पिता ने किशोर की मां से माफी मांगी और मुझे मारा तो किशोर की मां ने उन्हें रोका और कहा कि अब मारने से क्या फायदा? मैंने तुम्हें पहले ही कहा था कि उसका ख्याल रखना । अब मेरे बेटे को जमानत नहीं मिलेगी क्योंकि अगले दो दिन शनिवार और रविवार हैं, कोर्ट बंद रहेगा। तब मेरे पिताजी ने किशोर को जमानत दिलाने की बहुत कोशिश की, लेकिन किशोर को 2 दिन जेल में बिताने पड़े। उसके बाहर आने के बाद मेरे माता-पिता ने उससे बहुत माफी भी मांगी। तब किशोर के पिता ने हस्तक्षेप किया और हमारे रिश्ते को पहले जैसा किया। किशोर ने भी मेरे साथ पहले जैसी ही दोस्ती कायम रखी, जो अब भी कायम है।
यह मेरा अतीत है जिसे पारंपरिक सोच वाला, सभ्य समाज में कोई भी कभी स्वीकार नहीं करेगा। इसलिए आप उस लड़की से शादी करें जिसे आपके माता-पिता पसंद करते हैं और खुश रहें।”गार्गी श्याम के सीने से उठकर उसके बाजू मे लेटते हुई बोली. फिर श्याम उसकी ओर मुड़ा, एक हाथ से अपने सिर को सहारा दिया और दूसरा हाथ उसके स्तन पर रख दिया और बोला, “स्वीटहार्ट, कांस्टेबल मुक्ता पाटिल ने मुझे इस बारे में बहुत कुछ बताया है,”
“लेकिन तुम तोह किशोर के क्लिनिक गए थे? वहां कॉन्स्टेबल मुक्ता पाटिल से तुम्हारी मुलाकात कैसे हुई?” गार्गी.
“मैं किशोर को देखने के लिए उनके क्लिनिक में गया था। लेकिन वहां मरीजों की भीड़ थी। मुक्ता पाटिल भी वहां थीं। उनसे मिलने के बाद मुझे किशोर से मिलने की जरूरत महसूस नहीं हुई। उन्होंने किशोर की बहुत तारीफ की। उनका इलाज अच्छा है।यह महसूस करते हुए कि यह मुक्ता ही थी जिसने उसे संकट से बाहर निकाला था, वह उसे इलाज के शुल्क में छूट दे रहा था।” श्याम ने गार्गी के स्तन पर अपना हाथ फिराते हुए कहा।
“किशोर एक अच्छा डॉक्टर है, मैंने तुमसे कहा था कि वह मुझसे कहीं ज्यादा होशियार है। 10वीं और 12वीं में वह मुंबई बोर्ड में पूरे महाराष्ट्र में प्रथम आया था। मैं भी 10वीं में मेरिट लिस्ट में आई थी। लेकिन मेरे मार्क्स किशोर से काफी कम थे।” गार्गी मोबाइल में किशोर की फोटो देख कर बोली।
“लेकिन क्या फायदा? जब तुम्हारे परिवार ने पैसे खो दिए। तुम्हारे माता-पिता ने बढ़ते कर्ज के कारण आत्महत्या कर ली।तब उन्होंने तुमसे रिश्ता तोड़ लिया। और दूसरी अमीर लड़की से शादी कर ली। मुक्ता भी तुम्हारी प्रशंसा करती थी। जब तुम्हारे माता-पिता ने आत्महत्या कर ली थी। तब तुम विदेश में थी। अगर तुम वहां से नहीं आयी होती तो तुम्हे कर्ज नहीं चुकाना पड़ता, लेकिन तुम विदेश से यहां आयी हैं और पिछले 5 साल से पुलिस स्टेशन में अपना पासपोर्ट जमा करके कर्ज चुका रही हैं।” श्याम ने गार्गी के सेल से किशोर की तस्वीर हटा दी और वहां गार्गी के साथ अपनी सेल्फी ली।
“एक मिनट,” गार्गी ने अपने मोबाइल फोन से सेल्फी डिलीट करने के बाद कहा, “किशोर के साथ मैने ब्रेकअप किया था। मेरे पिता की एक निवेश कंपनी थी। अचानक गलत फैसले के कारण कंपनी को घाटा हुआ और वह कर्ज में डूब गई। उसमें माता-पिता को जेल की हवा खानी पड़ी। किशोर की मां मुझसे नाराज थीं.,और वह हमारी शादी के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं थी, क्योंकि हम बहुत कंगाल हो चुके थे।इसी बीच किशोर के पिता की आकस्मिक मृत्यु हो गयी।मैंने एक बार उसे बहुत समझाया लेकिन उसने साफ इनकार कर दिया। तब किशोर अपनी मां के खिलाफ जाकर मुझसे शादी करने वाला था. लेकिन मैं इन सब झंझटों में शादी नहीं करना चाहती थी। इसलिए मैंने ब्रेक-अप कर लिया।”
“मुक्ता ने मुझे इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया। मैं मान रहा था कि शायद आर्थिक नुकसान के कारण उसने तुमसे रिश्ता तोड़ लिया। उसने कहा कि जब तुम्हारे माता-पिता पेरोल पर जेल से बाहर आए, तो वे अपनी निवास कि गैलरी से कूद गए। तुम उस समय अमेरिका में Google में काम कर रही थी। जब मुक्ता और उनके वरिष्ठ तुम्हारे घर गए, तो वहां के लैंडलाइन पर तुम्हारा कॉल आया, तो उन्होंने तुम्हे भारत बुलाया और तुम, आ भी गयी । तुम्हारे माता-पिता ने आत्महत्या करने से पहले, कहा था कि तुम भारत मत आना । बाद में हुई कोर्ट केस में, अदालत ने तुम्हे कर्ज चुकाने के लिए भारत में रहने और यहां नौकरी खोजने का आदेश दिया,क्या यह सच है?” श्याम.
“हाँ ठीक है, और इन सभी बुरे समयों के दौरान मैं अपनी कामेच्छा के बारे में पूरी तरह से भूल गयी । पाँच साल एक मशीन की तरह बिताए। और एक दिन जब मैं तुमसे मिली, तो मेरी सेक्स की भूख जाग गई। तुमने भी मेरी भूख को संतुष्ट किया। इसके अलावा मुझे तुझंमें कुछ दिलचस्पी नाही है।” गार्गी.
जैसे ही श्याम जवाब देने वाला था, उसका मोबाइल फोन बज उठा। फोन में ऑफिस का नंबर देखकर. “कैसा सिरदर्द है, इस जॉब का! एक दिन भी आराम से नहीं बिताने देता। तुमसे कुछ चर्चा करना चाहता था, लेकिन कोई फायदा नहीं.” इतना कहकर श्याम ने फोन कान को लगाया ।फ़ोन पर बात करने के बाद गार्गी ने पूछा, “क्या हुआ?”